https://idasupercorridor.blogspot.com/?m=1
Super Corridor indore Landmark
इंदौर. इंदौर विकास प्राधिकरण (आईडीए) सुपर कॉरिडोर को फिन-आईटेक सिटी के रूप में डेवलप करेगा। आगामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए कॉरिडोर का समग्र प्रोजेक्ट तैयार किया है। इसमें फाइनेंशियल सिटी के साथ पांच साल में 1 लाख रोजगार सृजन करने का लक्ष्य रखा है। आईडीए का मानना है, सुपर कॉरिडोर देश का पहला एेसा विकसित क्षेत्र है, जो अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से चंद किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (जीआईएस) 2016 में प्रदेश सरकार पीथमपुर में स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटी का प्रोजेक्ट लाने के साथ इंदौर का नया भविष्य गढऩे जा रही है। आईडीए ने सुपर कॉरिडोर को फाइनेंशियल-आईटी-एजुकेशन-मेडिकल हब बनाने की दिशा में काम करना शुरू भी कर दिया है। इन प्रोजेक्ट्स के आकार लेने के साथ ही कॉरिडोर के आसपास आवासीय-व्यावसायिक विकास भी तेजी से होगा। हाल में कलेक्टर पी. नरहरि, आईडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी और सीईओ राकेश सिंह सुपर कॉरिडोर पर प्रस्तावित फाइनेंशियल सिटी प्रोजेक्ट को लेकर मुंबई, अहमदाबाद व हैदराबाद के मॉडल प्रोजेक्ट देखने गए थे। इसी आधार पर विकास की रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
मुंबई, अहमदाबाद, हैदराबाद से आइडिया
आईडीए अध्यक्ष शंकर लालवानी के अनुसार, 'मुंबई, अहमदाबाद और हैदराबाद के प्रोजेक्ट देखने के बाद एक बात साफ है कि इन क्षेत्रों मंे रोजगार की बड़ी संभावनाएं हैं। हैदराबाद में फाइनेंशियल डिस्ट्रिक्ट में 3.50 लाख लोग काम करते हैं। मुबंई, अहमदाबाद में भी फाइनेंशियल सिटी रोजगार के बड़े केंद्र हैं। कंपनियों ने चर्चा में जिस तरह की रुचि दिखाई है, इससे आगामी पांच साल में फाइनेंशियल सिटी में ही 50 हजार से अधिक रोजगार के अवसर मुहैया करवाए जा सकते हैं। इसी को लक्ष्य बनाते हुए प्रोजेक्ट की शुरुआत की जा रही है।
इंदौर क्यों बेहतर विकल्प
दल के सदस्यों के अनुसार तीनों शहरों में इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ ही वर्क-फोर्स भी महंगा है। किसी भी कंपनी को चलाने के लिए स्थापना खर्च पर ही बड़ी राशि खर्च हो जाती है। इसलिए बड़ी फाइनेंस, आईटी और अन्य क्षेत्र की कंपनियां बेहतर विकल्प मिलने पर आने के लिए इच्छुक हैं। एेसा करने से उनके स्थापना और संचालन खर्च मंे बड़ी कटौती होगी। सुपर कॉरिडोर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से अन्य शहरों की तुलना में काफी कम दूरी पर है। सबसे बड़ी बात डीएमआईसी के तहत प्रस्तावित इकोनॉमिक कॉरिडोर पर भी काम शुरू कर दिया गया है। पहले चरण में इसका निर्माण एयरपोर्ट रोड से धार रोड तक किया जाएगा।
जानें कैसे बनेंगे फिन-आईटेक सिटी
आईडीए ने 11 किमी के सुपर कॉरिडोर का निर्माण किया है। यहां आईटी, फाइनेंस, शैक्षणिक, मेडीकल संस्थानों के लिए प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं। देश की कॉरपोरेट व मार्केटिंग कंपनियां को भी लाया जाएगा। इस तरह सुपर कॉरिडोर एक एेसी सिटी के रूप में विकसित होगा, जहां आवासीय के साथ ही व्यावसायिक व औद्योगिक माहौल भी होगा।
09 किमी लंबाई, आठ लेन रोड
05 योजनाएं आईडीए
की 139, 151, 155,
169, 176 प्रस्तावित
300 से अधिक औद्योगिक प्लॉट
2-3 किमी की दूरी पर मध्य व पूर्वी शहर से
25 हजार आवास का निर्माण भविष्य में
40 से अधिक आवासीय टाउनशिप विकसित
पांच साल में मिलेंगे प्रत्यक्ष रोजगार
50 हजार फाइनेंशियल सिटी में
25 हजार आईटी कंपनियां में
25 हजार शैक्षणिक व अन्य संस्थाओं में
सीईओ राके
Comments
Post a Comment